'कभी हम भी तुम भी जवान थे ...' - K.J.S.Chatrath .
कुछ माह पहले हम चावरी बाजार में टहल्ते हुए इस हमउम्र से जा टकराए।
शरारत भरे अंदाज़ में हमने भी यूं चुटकी ले डाली: कभी हम भी तुम भी जवान थे , तुम्हे याद हो हे न याद हो.
उनकी तो कोई आवाज़ ही नहीं निकली. वोह तो बस शर्मा के ही रह गये ।
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